
यह पत्रिका हिंदी के साथ साथ अंगे्रजी में भी प्रकाशित की जाती है। इस अंक में प्रकाशित बाल कहानियों में शैलेन्द्र अवस्थी, थंगमनि, संजीव कौशल, मीता, सुरेन्द्र श्रीवास्तव, रूपनारायण काबरा तथा दीप्ति बाला झा बालमन की समझ को विकसित करने में काफी हद तक सक्षम रचनाएं हैं। सुरेश आनंद, जगदीश चंद्र शर्मा, राजेश जैन, कमल सिंह चैहान, शिवमोहन यादव तथा शंकर सुलतानपुरी की कविताएं बच्चों के विकास व शिक्षा मंे सहायक हैं। पत्रिका की साज सज्जा व संयोजन प्रभावित करता है।
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