
पत्रिका के समीक्षित अंक में प्रत्यूष गुलरी, डाॅ. मुक्ता, शमीम देवबन्दी, तारिक अस्लम तस्नीम, प्रकाश भानु मेहतो, दिनेश छाजड तथा नीलम सिंह की लघुकथाएं प्रमुखता से प्रकाशित की गई है। मुकेश जैन तथा रमेश प्रभाकर के संस्मरण अपनी सरसता से प्रभावित करते हैं। एम.डी. मिश्रा, रामप्रवेश रजक, शिवदत्त डोगरें, रूखसाना सिद्दकी तथा अक्षय जैन की कविताएं उल्लेखनीय हैं। सविता वर्मा व प्रतीक्षा पुष्प की कहानियों में नयापन है। अनूप घई का व्यंग्य मारक बन सका है। पत्रिका की अन्य रचनाएं, स्तंभ, समाचार व समीक्षा आदि स्तरीय व पाठन योग्य हैं।
jai jinendra, subh taarika ek anmol patrika hai.sahitye premiyo ko jaroor padhni chahiye.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर मंच है शुभतारिका लेखकों को सीखने व आगे बढ़ने के लिए. आप भी एक बार जुड़ कर देखिए. आप को बहुत कुछ अच्छा लगेगा.
जवाब देंहटाएंएक टिप्पणी भेजें