
पत्रिका साहित्य सागर का समीक्षित अंक ख्यात साहित्यकार प्रियदर्शी खैरा पर एकाग्र हैं पत्रिका में उनके व्यक्तित्व पर अखिलेश कुमार चतुर्वेदी, ओम मिश्रा, कांतिकुमार जैन, वैभव कोठारी व महेश श्रीवास्तव के विचार स्वागत योग्य हैं। पत्रिका की अन्य रचनाओं में नर्मदा प्रसाद मालवीय, गिरिमोहन गुरू, लालबहादु चैहान की कविताएं प्रभावित करती है। डाॅ. शरद नारायण खरे, मालती शर्मा गोपिका, अर्चना प्रकाश, सतीश चतुर्वेदी की रचनाएं अच्छी व समयानुकूल हैं। पत्रिका की अन्य रचनाएं, समीक्षाएं व पत्र आदि स्तरीय बन पड़े हैं।
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