पत्रिका: सोच विचवार, अंक: अप्रैल 2012, स्वरूप: मासिक, संपादक: नरेन्द्र नाथ मिश्र, आवरण/रेखाचित्र: राजेन्द्र परदेसी, सिद्धेश्वर, , पृष्ठ: 64, मूल्य: 20रू.(वार्षिक 225 रू.), ई मेल: ,वेबसाईट: उपलब्ध नहीं , फोन/मोबाईल: 0542.2111586, सम्पर्क: के. 67/135 ए ईश्वरगंगी, वाराणसी
साहित्य की इस नवीन पत्रिका में हिंदी साहित्य की प्रायः सभी विधाआंे की रचनाएं प्रकाशित की जाती है। समीक्षित अंक में आचार्य चंद्रबली पाण्डेय पर एकाग्र उपयोगी व सार्थक आलेखों का प्रकाशन किया गया है। अंक में उनके समग्र व्यक्तित्व पर वेदप्रकाश उपाध्याय, जगदीश प्रसाद वरणवाल, पारसनाथ गावर्धन ने अच्छे व जानकारी परक आलेख लिखे हैं। धरोहर उपन्यास के अंश इसे पढ़ने तथा लेखक के संबंध में अधिक जानने की इच्छा जाग्रत करते हैं। सुधाकर अदीब, राजेन्द्र परदेसी, राजेन्द्र यादव, विनय श्रीवास्तव, तारिक असलम तस्नीम, नेत्रपाल सिंह की कहानियों में नयापन है। विनय कपूर गाफिल, उमा श्री, शिवचरण दुबे, राजकमल, रमेश मनोहरा, अमरनाथ अज्ञेय, रामशंकर चंचल, एस.बी. भारती, मुकेश घनघोरिया, विद्याकेशव चिटको, प्रभात कुमार धवन, अवनीश सिंह चैहान, सिद्धेश्वर, प्रकाश श्रीवास्तव, शिवनांद सिंह, गौतम अरोरा, के गीत ग़ज़ल आदि प्रभावित करते हैं। मिथिलेश धर दुबे, मदन मोहन वर्मा, नीरजा माधव, उपमा मेहरोत्रा के समसामयिक आलेख आज के समाज को विस्तार से सामने रखकर विचार करते जान पड़तेे हैं। अजय मिश्र का रेखाचित्र, अश्विनी कुमार, मोहन लोधिया, राजकुमार सिंह एवं अशोक अंजुम की लघुकथाएं अच्छी हैं। पत्रिका की अन्य रचनाएं, समीक्षाएं, विचार, प्रश्न आदि भी जानकारी परक व उपयोगी है।
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