पत्रिका:अहल्या, अंक: 3 वर्ष 6,स्वरूप: मासिक, संपादक: आशा देवी सोमाणी, पृष्ठ: 64, मूल्य: 20रू (वार्षिक: 240रू.), ई मेल: ,वेबसाईट: , फोन/मोबाईल: 040.24804000, सम्पर्क: 14-1-498 ए, ज्ञानबाग रोड़, प्रकाश रोड़ लाईन्स के सामने, पान मण्डी के पास हैदराबाद आंध्रप्रदेश
अहल्या दक्षिण भारत के हैदराबाद नगर से प्रकाशित एक पारिवारिक साहित्यिक मासिक पत्रिका है। पत्रिका में साहित्य के साथ साथ अन्य पारिवारिक विषयों पर पर्याप्त सामग्री का प्रकाशन किया जाता है। यह हर्ष का विषय है कि अन्य हिंदीभाषी प्रांतों के साथ साथ अब दक्षिण से भी हिंदी में अच्छा साहित्य प्रकाशित हो रहा है। समीक्षित अंक मंे प्रभा सरस, नरेश शर्मा, सुरेन्द्र शर्मा, मधुहातेकर, बद्रीनारायण तिवारी, ताराचंद्र आहूजा तथा हरिकृष्ण निगम के अच्छे व रोचक आलेख प्रकाशित किए गए हैं। कहानियों में गलती(ओम प्रकाश बजाज), हमारे समय की रफतार(सुरेश आनंद), पश्चाताप के आंसू(विनोदिनी गोयनका) तथा आज शांति नहीं आई(विजया तेलंग) में नयापन तथा वर्तमान समाज की नवीन विचारधाराओ का चित्रण है। अखिलेश शुक्ल का व्यंग्य ‘‘एक अच्छी आत्मकथा’’ तथा विद्याभास्कर वाजपेयी का उपन्यास अंश मझली रानी प्रभावशाली रचनाएं हैं। पत्रिका की कविताओं में नलिनीकांत, ओम रायजादा, मोहन तिवारी आनंद, वीणापाणी जोशी, राजीव कुमार त्रिगती, अभय बजाज, शारदा प्रसाद सुमन तथा एस.के. जैन ने कुछ नए व सार्थक प्रयोग किए हैं। पत्रिका की अन्य रचनाएं भी प्रभावित करती है।
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