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लगातार 39 वर्ष से प्रकाशित पत्रिका शुभ तारिका के समीक्षित अंक में विविधतापूर्ण रचनाओं का प्रकाशन किया गया है। अंक में पंकज शर्मा, सुरेश चंद्र वर्मा, किशोर श्रीवास्तव, कालीचरण प्रेमी, अशफका कादरी, शैल वर्मा तथा अनिल कुमार जैन की लघुकथाएं प्रकाशित की गई है। पत्रिका में प्रकाशित कविताओं में महेश चंद्र श्रीवास्तव, महेन्द्र जैन, पुष्पा सिंधी, प्रद्युम्न श्रेष्ठ, भवानीशंकर, डाॅ. भावना, रेखा शर्मा, डाॅ. अर्पणा चतुर्वेदी, आशा शैली तथा दिनेश प्रसाद प्रभावित करते हंै। कृष्ण कुमार यादव की कहानी अच्छे केनवास पर रची बुनी गई है जिसमें वर्तमान समाज की विसंगतियों के साथ साथ पूर्वजों के लिए आदर का भाव निहित है। संपादकीय का लक्ष्य और उद्देश्य पर डाॅ. महाराज कृष्ण जैन का लेख नवोदित संपादकों के लिए मार्गदर्शक है। पत्रिका की अन्य रचनाएं, समीक्षाएं व समाचार आदि अच्छी जानकारी प्रदान करते हैं।
shubh tarika gagar me sagar ke saman hai. bahut achhi prastuti. dhanywad.
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