पत्रिका: सनद, अंक: 09, स्वरूप: त्रैमासिक, संपादक: मंजु मल्लिक मनु, संस्थापक: फजल इमाम मल्लिक पृष्ठ: 128, रेखा चित्र/छायांकन: N.A. , मूल्य: 50रू.यह अंक(वार्षिक 100), ई मेल: manumallick@rediffmail.com , sanadpatrika@gmail.com , वेबसाईट: http://www.sanad.in/ , फोन/मो. 9868018472, सम्पर्क: 4-बी, फ्रेन्डस अपार्टमेंट, मधु बिहार गुरूद्वारा के पास, पटपड़ गंज, दिल्ली 110092
ख्यात साहित्यिक पत्रिका ‘सनद’ का समीक्षित अंक प्रभाष जोशी स्मृति अंक के रूप में प्रकाशित किया गया है। स्व. प्रभाष जी के समग्र व्यक्तिव पर पत्रिका ने संग्रह योग्य सामग्री प्रकाशित की हैं। प्रभाष जी ख्यात पत्रकार, संपादक, खेल विशेषज्ञ व साहित्यकार थे। उनके विभिन्न क्रियाकलापों पर पत्रिका में प्रकाशित लेख भलीभांति प्रकाश डालते हैं। जनसत्ता तक उनके अनवरत सफर को लेखों में अच्छे विश्लेषण के साथ प्रस्तुत किया गया है। हरिकृष्ण पाठक, जवाहर लाल कौल, अच्युतानंद मिश्र, रूपेश पाण्डेय, शुभु पटवा, राम बहादुर राय, अनिल बंसल, अंबरीश कुमार, फजल इमाम मल्लिक, जितेन्द्र ठाकुर, संजय सिंह, मेघा पाटकर, नंदिता मिश्रा, डाॅ. सुनीलम, संजय स्वतंत्र, सुरेश कौशिक, संदीप जोशी, मन चतुर्वेदी, जाहिद खान, आशीष गौतम, बनवारीलाल शर्मा, गोविंदाचार्य, विजयन एमजे के लेख संग्रह योग्य व शोध छात्रों के लिए उपयोगी हैं। राजकुमार कुम्भज व प्रेमिला सिंह की कविताएं प्रभाष जी के व्यक्तिव पर पूरी शिद्दत के साथ प्रकाश डालती हैं। पत्रिका के संपादक ने सटीक बात कही है। उनके अनुसार, ‘‘प्रभाष जोशी का जाना हमारे बीच से एक गांधीवादी चिंतक का जाना है।’’ स्व. प्रभाष जोशी जी भारत ही नहीं विश्व पत्रकारिता जगत में वर्षो याद रखे जाएंगे।
bahut badhiya. thanks.
जवाब देंहटाएंbahut badhiya.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर जी. धन्यवाद
जवाब देंहटाएंएक टिप्पणी भेजें