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प्रसिद्ध साहित्यिक पत्रिका साहित्य सागर का यह अंक स्वाधीनता विशेषांक के रूप में प्रकाशित किया गया है। अंक मंे प्रो. एस.एन. सक्सेना, महेश श्रीवास्तव, लता अग्रवाल तथा लक्ष्मण सहाय के आलेख स्वतंत्रता दिवस पर नए ढंग से विचार करते दिखाई पड़ते हैं। प्रभा पाण्डे, रामवल्लभ आचार्य, भगवत दुबे, दामोदर शर्मा, श्याम बिहारी सक्सेना, रामसहाय बरैया तथा जगदीश श्रीवास्तव की कविताएं प्रभावित करती हैं। डाॅ. हरीन्द्र श्रीवास्तव पर एकाग्र खण्ड उनके समग्र पर अच्छे ढंग से प्रकाश डाल सका है। वीरेन्द्र कुमार अग्रवाल, कमल किशोर गोयनका, डाॅ. देवेन्द्र दीपक तथा भवेश दिलशाद के आलेख बहुत विस्तार से डाॅ. श्रीवास्तव की लेखन व पठन पाठन की विशेषताओं को सामने लाते हैं। पत्रिका की अन्य रचनाएं, समीक्षाएं व सभी स्थायी पूर्ववर्ती अकों की तरह प्रभावित करते हैं।
सुंदर जानकारी के लिये धन्यवाद
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