
लघु पत्रिका हमसफर का दूसरे वर्ष का यह पहला अंक है। अंक साहित्य की लघुकथा विधा पर एकाग्र किया गया है। इसमें प्रताप सिंह सो़ी, अखिलेश निगम, सुरेन्द्र मंथन, डॉ. योगेन्द्र नाथ शुक्ल, अनिल शूर आजाद, डॉ. रामकुमार घोटड, तारिक असलम तस्नीम एवं कमल चोपड़ा की विशिष्ट लघुकथाओं का प्रकाशन किया गया है। इनमें प्रताप सिंह सोी की असली जहर, योगेन्द्र नाथ शुक्ल की कथा अपनी अपनी सोच एवं कमल चोपड़ा की लघुकथा फर्क उल्लेखनीय हैं।
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