
पत्रिका का स्वरूप साहित्यिक सांस्कृतिक तथा सामाजिक है। इस अंक में आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती पर उपयोगी सामग्री का प्रकाशन किया गया है। प्रकाशित आलेखों में ‘राष्ट्रभाषा से जुडे़ कुछ प्रश्न’(श्री नरेश मेहता) अपने विश्लेषणात्मक स्वरूप के कारण पढ़ने योग्य है। कहानियों में पुरस्कार(डाॅ. गणेशदत्त सारस्वत), समाधान(पंकज शर्मा) में नयापन व आज के समाज के संदर्भो का उल्लेख किया गया है। शिवसागर शर्मा तथा ऋषि कुमार मिश्र की कविताएं भी पत्रिका को भारतीयता का स्वर प्रदान करती हैं।
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