
पाठकोपयोगी साहित्य की यह एक अच्छी पत्रिका है। इस अंक में प्रकाशित प्रमुख रचनाओं में डाॅ. पशुपतिनाथ उपाध्याय, ध्यानसिंह भागटा, डाॅ. वीरेन्द्र सिंह यादव एवं संपादिका कुहेली भट्टाचार्य शामिल हैं। प्रो. शामलाल कौशिक का व्यंग्य, प्रमोद काण्डपाल की बाल कथा एवं श्रीमती सविता मिश्रा की कहानी अच्छी है। कविताओं में अक्षय जैन, शैलेन्द्र चैहान, अनारसिंह वर्मा एवं पुष्पा जोशी प्रभावित करते हैं। अन्य रचनाएं भी पठ्नीय की श्रेणी में रखी जा सकती है।
इस सुंदर जानकारी के लिये धन्यवाद
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