पत्रिका-समावर्तन, अंक-नवम्बर.09, स्वरूप-मासिक, प्रधान संपादक-रमेश दवे, पृष्ठ-96, मूल्य-20रू.(वार्षिक 200रू.), सम्पर्क-माधवी 129, दशहरा मैदान, उज्जैन म.प्र. फोनः(0734)2524457
पत्रिका ने बहुत ही संुदर ढंग से प्रेमचंद व जैनेन्द्र के साहित्यिक अवदान पर विचार व्यक्त किए हैं। कमलकिशोर गोयनका, अश्विनी पाराशर के आलेख इन रचनाकारों पर नए सिरे से विचार करते दिखाई देते हैं। राजेन्द्र नामदेव, राम मेश्राम तथा सुरेश उजाला की कविताएं पत्रिका के स्तर में वृद्धि करती हैं। हिंद स्वराज पर विशेष सामग्री में पत्रिका के विविधतापूर्ण स्वरूप की झलक मिलती है। सच्चितानंद सिन्हा,मीनाक्षी जोशी, नंदकिशोर आचार्य, यशदेव शल्य, भगवान सिंह, सुधीर कुमार, कृष्ण गोपाल मिश्र, अनिरूद्ध उमठ, मनोज श्रीवास्तव एवं पद्मा शर्मा के आलेख स्वराज पर अपनी भावनाएं तथा दृष्टिकोण प्रगट करते में सफलज रहे हैं। विनय उपाध्याय की कपिल तिवारी से बातचीत जानकारी परक व नए पाठकों के लिए उपयोगी है। पत्रिका की अन्य रचनाएं व सामग्री पाठक का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में पूरी तरह सक्षम हैं।

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