
पत्रिका के इस अंक में राष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण आलेखों का प्रकाशन किया गया है। इनमें प्रमुख हैं-- रंग कर्मियों व सिने कलाकारों का शहर शिमला(सुदर्शन वशिष्ठ), दक्खिनी हिंदी एक विवेचन(कृपाशंकर सिंह), किन्नौर एक आकर्षक स्थल(रचना शर्मा), मगध की संस्कृति और लोकगीत(राजेन्द्र परदेसी) शामिल हैं। कहानियों में सुरेन्द्र ‘चंचल’ की कहानी तथा रामकुमार आत्रेय की लघुकथा विशेष रूप से प्रभावित करती है। निधि शर्मा, आशा कुमारी, यादवेन्द्र शर्मा, देशराज कमल एवं कुमारी प्रवीन की कविताएं भविष्य के प्रति आशा बंधती हैं। जसविंदर शर्मा के व्यंग्य सहित अन्य समीक्षाएं व रचनाएं भी अच्छी व पठ्नीय हैं।
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