
पत्रिका का यह अंक अपने आकार से भी अधिक साहित्यिक सामग्री को संजोए हुए है। अंक में डाॅ. रीता सिंह, एस.एस. गंभीर, भरत व्यास, मुकेश चतुर्वेदी, समीर, अजय, रामस्नेहीलाल यायावर,कमलकिशोर शर्मा, यशोदानंदन श्रीवास्तव, त्रिलोक चंचल, गौरव नैथानी रामशंकर चंचल, रमेश सोबती, रामनारायण त्रिपाठी, दीनानाथ श्रीवास्तव तथा रचना गौड़ भारती की कविताओं को स्थान दिया गया है। कमलचंद वर्मा, शंकरलाल काबरा तथा सीताराम शर्मा के आलेख बहुत अच्छे बन पड़े हैं। पत्रिका की रूपरेखा तथा प्रस्तुतीकरण प्रभावशाली है।
बहुत सुंदर सुंदर जानकारिया पाते है आप के इस ब्लांग से. धन्यवाद
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