
पत्रिका के समीक्षित अंक में विविधतापूर्ण साहित्यिक सामग्री का समावेश किया गया है। श्री कुमार ठाकुर , डाॅ. गणेश दत्त सारस्वत तथा अशोक झा के आलेख पत्रिका को प्रमुख साहित्यिक पत्रिका का दर्जा प्रदान करते हैं। अंकु श्री , कैलाश पचैरी, डाॅ. पूरन सिंह की कहानियों में नयापन तथा वर्तमान समय की प्रवृत्तियां दिखाई ती है। जर्नादन यादव, रामशंकर चंचल, रामचरण यादव की लघुकथाएं सार्थक प्रस्तुति हैं। गीत ग़ज़ल दोहे के अंतर्गत सत्यदेव आजाद, कृष्ण शंकर सोनाने, मीनाक्षी आर्या, अशोक आलोक तथा साहिल ने विशेष रूप से प्रभावित किया। पत्रिका के अन्य स्थायी स्तंभ, समीक्षाएं तथा रचनाएं भी स्तरीय तथा संग्र्रह योग्य हैं।
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