
कादम्बिनी क्लब हैदराबाद द्वारा प्रकाशित यह पत्रिका साहित्यिक रचनाओं का अत्यधिक सुंदर संचयन है। पत्रिका में साहित्य की सभी विधाओं को स्थान दिया गया है। कहानियांे में डाॅ. अहिल्या मिश्र(टेमी पवैयन), गोवर्धन यादव(घोसले अपने अपने आसमान अपने अपने), विशेष प्रभावित करते हैं। लघुकथाओं में पवित्रा अग्रवाल(स्टेटस) तथा विनोदिनी गोयनका की शांताक्लाज अच्छी रचनाएं हैं। ग़ज़लों में देवी नागरानी, राजेन्द्र बहादुर सिंह कविताओं में डाॅ. मलखान सिंह, अरूण कुमार भट्ट, उषा शर्मा की रचनाएं समसामयिक रचनाएं कही जा सकती है। गोरखनाथ तिवारी, स्नेहलता प्रसाद तथा सतीश चतुर्वेदी के आलेख तथा निबंध विधागत विशेषताओं को बिम्बित करते हैं। आकर्षक आवरण युक्त यह लघु पत्रिका नव-साहित्यकारों के लिए अनुकरणीय है।
ye jaankariyan bahut arthpurn hain aur ek disha bhi......aur yah aap bakhubi kar rahe hain.....
ردحذفबधाई.
ردحذفडॉ. अहिल्या मिश्र को बधाई - हदराबाद के नये और प्रतिष्टित लेखकों को इस पत्रिका के माध्यम से जोड़ने का।
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