
पत्रिका के इस अंक में अन्तोन चेखव, नंद किशोर नवल, डॉ मैनेजर पाण्डेय, उर्मिला शिरीष, कांतिकुमार जैन, रमेश उपाध्याय, कमलेश बख्शी,चन्द्रकांत वागडिया, जीवितराम सेतपाल, भगवती प्रसाद द्विवेदी, राजेन्द्र परदेसी, गीतांजलि श्री, मधुराज मधु, डॉ. परमलाल गुप्त, ध्रुव शुक्ल, देवेन्द्र आर्य, हरेराम समीप, ऋषिवंश, डॉ. ओम भारद्वाज, सजीवन मयंक, सदाशिव कौतुक, डॉ. प्रेमचंद पाण्डेय, चतुर्भुज काबजा, राजीव भटनागर, डॉ. वरूण कुमार तिवारी, पं. गिरी मोहन गुरू आदि विद्वान लेखकों की पुस्तकों पर विचार किया गया है।
अखिलेश शुक्ल
संपादक
swagat hai apke prayas ka.
जवाब देंहटाएंShukla ji bahut bahut dhanyawaad ...
जवाब देंहटाएंA nice patrika
जवाब देंहटाएंaapne meri rachna maangi hai,to kaise bheju? rasprabha@gmail.com par batayen.......aapki prashansa meri lekhni ko naye aayam deti hai,shukriyaa.......sangrah ke liya bhi baat karna chahungi
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