समय के साखी का नया अंक
पत्रिका-समय के साखी, अंक-जून-जुलाई 2012, स्वरूप-मासिक, संपादक-डाॅ. आरती, पृष्ठ-52, रेखंाकन/ग्राफिक्स -के. रवीन्द्र , मूल्य-20रू.,(वार्षिक 200रू.), वेवसाइट- www.samaykesakhi.in, फोन: 0755.4030221, ईमेल- samaysakhi@gmail.com, संपर्क: बी-308, सोनिया गांधी काम्पलेक्स, हजेला हाॅस्पिटल के पास, भोपाल म.प्र.
विविधतापूर्ण साहित्यक पत्रिका समय के साखी के इस अंक में भी अच्छी व जानकारीपरक रचनाओं का प्रकाशन किया गया है। अंक में लीलाधर मण्डलोई जी की डायरी, प्रो. विजय अग्रवाल का स्मृति आलेख एवं अंजली तुकाराम कुम्भारे का विरासत लेख प्रभावशाली है। केशव तिवारी, विनोद बिहारी लाल, चंद्रकला त्रिपाठी, स्वर्णा दीक्षित एवं निर्मला मोदी की कविताएं प्रकाशित की गई है। मुरारी शर्मा की कहानी रिहर्सल, शहरी(इंदिरा दांगी) एवं बलि(सूर्यकांत नागर) पत्रिका के इस अंक की अन्य विशेषता है।
पत्रिका-समय के साखी, अंक-जून-जुलाई 2012, स्वरूप-मासिक, संपादक-डाॅ. आरती, पृष्ठ-52, रेखंाकन/ग्राफिक्स -के. रवीन्द्र , मूल्य-20रू.,(वार्षिक 200रू.), वेवसाइट- www.samaykesakhi.in, फोन: 0755.4030221, ईमेल- samaysakhi@gmail.com, संपर्क: बी-308, सोनिया गांधी काम्पलेक्स, हजेला हाॅस्पिटल के पास, भोपाल म.प्र.
विविधतापूर्ण साहित्यक पत्रिका समय के साखी के इस अंक में भी अच्छी व जानकारीपरक रचनाओं का प्रकाशन किया गया है। अंक में लीलाधर मण्डलोई जी की डायरी, प्रो. विजय अग्रवाल का स्मृति आलेख एवं अंजली तुकाराम कुम्भारे का विरासत लेख प्रभावशाली है। केशव तिवारी, विनोद बिहारी लाल, चंद्रकला त्रिपाठी, स्वर्णा दीक्षित एवं निर्मला मोदी की कविताएं प्रकाशित की गई है। मुरारी शर्मा की कहानी रिहर्सल, शहरी(इंदिरा दांगी) एवं बलि(सूर्यकांत नागर) पत्रिका के इस अंक की अन्य विशेषता है।
जानकारी के लिये आभार।
जवाब देंहटाएंjankari ke liya shukriya ,kya yah email se bhi rachnaye swikarte hai , patrikao ki jankari ki abhi bhi pratiksha hai , kraypaya yadi waqt mile to hamen mail se bhej dijiye ,
हटाएंपंडित नरेन्द्र शर्मा ' सम्पूर्ण रचनावली ' तैयार है। कृपया अधिक जानकारी के लिए देखें :
जवाब देंहटाएंपरितोष नरेंद्र शर्मा
Mobile Phones
+91 96 19 191370
Facebook http://facebook.com/paritosh.n.sharma
टेलीफोन : दूरभाष : 226050138
ई मेल : panditnarendrasharma@gmail.com
प्रेषक : - लावण्या दीपक शाह
एक टिप्पणी भेजें