पत्रिका-केरल हिंदी साहित्य अकादमी शोध पत्रिका, अंक-जुलाई 2012, स्वरूप-त्रैमासिक, संपादक-एस. चंदशेखर नायर, पृष्ठ-44, मूल्य-20रू.,(वार्षिक 80 रू.60), फोन: 0571.2541355, संपर्क: श्रीनिकेतन, लक्ष्मीनगर, पट्टम पालस पोस्ट, तिरूवन्नतपुरम, केरल
केरल से प्रकाशित हिंदी साहित्य की इस पत्रिका का प्रत्येक अंक नवीनतम साहित्यिक रचनाओं से युक्त होता है। समीक्षित अंक में साहित्य की विभिन्न विधाओं पर देश भर के लेखकों द्वारा भेजी गई रचनाओं का प्रकाशन किया गया है। इनमें कुछ रचनाएं साहित्यिक व सामाजिक दृष्टि से विशेष महत्व की हैं। बद्रीनारायण तिवारी, चंद्रशेखर नायर, रमा उण्णिातान, राजपुष्पम, रामकुमार वर्मा, मधु धवन की रचनाओं में साहित्यिकता के तत्व प्रचुर मात्रा में मिलते हैं। कुलशेखर, रामस्नेहीलाल वर्मा, सजिता पी.एस. तथा ख्यात न्यायविद एम. आर. हरिहरन नायर ने रचनाओं में भावों को सुंदर ढंग से पिरोया है। के.जी. प्रभाकरण, जाधव सुनील गुलाब सिंह, प्रीतारमणीटी.आई., लीलाकुमार एस., एन.जी.देवकी सहित अन्य लेखकों की रचनाओं में भी विशिष्टता है।
Shri naayar behad samarpit vyakti hain. Keral ki is patrika ke liye hamen kuchh karna chahiye.
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