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पत्रिका का समीक्षित अंक ख्यात साहित्यकार रमेश सोबती जी पर एकाग्र है। अंक में उनके समग्र व्यक्तित्व व कृतित्व पर सारगर्भित सामग्री का प्रकाशन किया गया है। जवाहर धीर, धर्मपाल साहिल, कुलभूषण कालका, हरमहेन्द्र सिंह बेदी, फूलचंद्र मानव, हर्ष कुमार हर्ष, उदयभानु हंस, राजेन्द्र टोकी, यशवीर दाहिया, पशुपति नाथ उपाध्याय, रामनिवास मानव, के आलेख अच्छी व चिंतनपरक रचनाएं हैं। इसके अतिरिक्त मुकेश अनुरागी, सुरेन्द्र भारद्वाज, यतीन्द्र नाथ राही, गार्गीशंकर मिश्र, की रचनाओं में नवीन विचारधारा के साथ साथ समयानुकूल विश्लेषण है। शरदनारायण खरे, कुंवर किशोर टण्डन, कमल सक्सेना, राधावल्लभ आचार्य, स्वामी श्यामानंद सरस्वती तथा कांति शुक्ला की कविताएं प्रभावित करती है।
अति प्रसन्नता होती है हिन्दी का बढ़ता प्रचार-प्रसार देखकर..
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