पत्रिका: शुभ तारिका, अंक: 12, वर्ष: 39, स्वरूप: मासिक, संपादक: उर्मि कृष्ण, पृष्ठ: 64, मूल्य: 15रू (वार्षिक: 150रू.), ई मेल: urmi.klm@gmail.com ,वेबसाईट: उपलब्ध नहीं, फोन/मोबाईल: 0171.2631068, सम्पर्क: कृष्णदीप ए 47, शास्त्री कालोनी, अम्बाला छावनी 133001 हरियाणा
प्राचीन ख्यात साहित्यिक पत्रिका शुभ तारिका का यह अंक अच्छी व जानकारीपरक रचनाओं से युक्त है। अंक में राधेश्याम योगी, श्लेष कुमार चंद्राकर, भवानीशंकर मिश्र, संतोष सूपेकर, आलोक भारती, पूर्णिमा मिश्रा व पवित्रा अग्रवाल की लघुकथाओं का प्रकाशन किया गया है। अरविंद अवस्थी, शिवदत्त डोगरे, सुनील कुमार, भगवान प्रसाद उपाध्याय, आलोक तिवारी, सीताराम पाण्डेय तथा लोचक सक्सेना की कविताएं प्रभावित करती हैं। रामशंकर चंचल व मुक्ता मदान की कहानियां समसामयिक प्रस्तुति हैं, लेकिन अनूप घई के व्यंग्य में कुछ कमियां रह गई है जिसके कारण यह व्यंग्य इस विधा के स्तर को नहीं स्पर्श कर सका है। डा. महाराज कृष्ण जैन के पत्रकारिता पर विचार साहित्य व पत्रकारिता छात्रों के लिए जरूरी व उपयोगी हैं। पत्रिका की अन्य रचनाएं, समीक्षाएं आदि भी प्रभावित करती है।
patrika ki sameeksha padhkar lagaa ki patrika achchi hai
जवाब देंहटाएंएक टिप्पणी भेजें