
पत्रिका साहित्य सागर का यह अंक प्रतिष्ठित साहित्यकार डाॅ. प्रेमलता नीलम पर एकाग्र है। अंक मं उनके समग्र कृतित्व पर अनेक उपयोगी आलेख प्रकाशित किए गए हैं। इनमें संतोष तिवारी, दामोदर वर्मा, विठ्ठल भाई पटैल, मोहन शशि तथा सुरेरश नीरव के आलेख प्रमुख हैं। काव्य सागर के अंतर्गत कपिल कुमार, रमेश कुमार शर्मा, शरद नारायण खरे, रामस्नेही लाल शर्मा यायावर, मुकेश अनुरागी, देवेन्द्र कुमार मिश्रा, मालती शर्मा, अर्चना प्रकाश, सतीश श्रोत्रिय, भवेश दिलशाद तथा अशोक गीते की कविताएं प्रभावित करती है। पत्रिका की अन्य रचनाएं भी स्तरीय हैं।
bahut acha ank hai dhanyabad
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