पत्रिका: साहित्य सागर, अंक: मई 2011, स्वरूप: मासिक, संपादक: कमलकांत सक्सेना, पृष्ठ: 52, मूल्य: 20रू(वार्षिक 240रू.), ई मेल: ,वेबसाईट: उपलब्ध नहीं, फोन/मोबाईल: 0755.4260116, सम्पर्क: 161 बी, शिक्षक कांग्रेस नगर, बाग मुगलिया, भोपाल 462043 म.प्र.
पत्रिका का समीक्षित अंक ख्यात समाजसेवी घनश्याम सिंह चंदेल पर एकाग्र हैं। अंक में उनके व्यक्तिव पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है। पत्रिका में उनके व्यक्तित्व पर क्रमशः लखनलाल खरे, सुरेन्द्र भारद्वाज, अरूण अपेक्षित ने अच्छा विश्लेषण किया है। अन्य रचनाओं में जसवंत सिंह विरदी, अर्चना श्रीवास्तव, पृथ्वीराज दुआ, प्रियदर्शनी खैरा, देवी सरन, हर्षवर्धन पाठक तथा मालती वसंत की कहानियां उल्लेखनीय हैं। किशोर टण्डन, बनवारीलाल शर्मा, नवल जाससवाल तथा रजनी सक्सेना की कहानियां भी आज के समाज को प्रतिबिम्बित करती है। पत्रिका की अन्य रचनाएं, समीक्षाएं भी ध्यान देने योग्य है।
nishchit roop se ank achchha hoga .. padhane ki utsukata jagaata hua .
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति.धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति| धन्यवाद
जवाब देंहटाएंएक टिप्पणी भेजें