
इप्टा वार्ता नाट्य एवं कला जगत की गतिविधियों का प्रमुख मुखपत्र है। इस अंक में सत्रहवें राष्ट्रीय नाट्य समारोह की प्रस्तुति "बोलियों के रंगमंच" का बोलबाला’ संग्रह योग्य आलेख है। इसे आयोजन के रंगीन चित्रों के साथ प्रकाशित किया गया है। पत्रिका में प्रकाशित रमेश राजहंस द्वारा लिखा गया रंगालेख "हावभाव एवं भंगिमाएं" संप्रेषण के इस प्राचीन माध्यम की अदभुत प्रस्तुति है। भारत में हिंदी में प्रकाशित नाट्य पत्रिकाओं व समाचार पत्र की कमी को इस पत्रिका ने काफी हद तक पूरा किया है। (मेरे द्वारा लिखी गई यह समीक्षा जन संदेश कानपुर में प्रकाशित हो चुकी है।)
badhiya jaankari
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