पत्रिका: हिंदी प्रचार वाणी, अंक: दिसम्बर 2010, स्वरूप: मासिक, संपादक:सुश्री बी.एस. शांताबाई, पृष्ठ: 32, मूल्य: 5रू.(वार्षिक 60), ई मेल: उपलब्ध नहीं, वेबसाईट: उपलब्ध नहीं, फोन/मो. 26617777, सम्पर्क: कर्नाटक महिला हिंदी सेवा समिति, 178, चैथा मेन रोड़, चामराजपेठ, बेंगलोर 560.018 कर्नाटक
कर्नाटक से प्रकाशित महिला विषयक समीक्षित पत्रिका में अन्य विषयों को भी पर्याप्त महत्व दिया जाता है। अंक में साहित्यिक ऋषिः एक भारतीय आत्मा माखनलाल चतुर्चेदी(डाॅ. रामसिंह यादव), समुद्र पार तुलसी निष्ठ विदेशी मनीषी(बद्री नारायण तिवारी), पंख न तोड़ने वाला राग(बी.वेकटराव) तथा तेलुगु कहानी को नवीन संस्कार प्रदाता(विजय नारायण रेड्डी) सराहनीय आलेख हैं। इन लेखों में संबंधित विषय पर अच्छा व सार्थक विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है। प्रो. सुनीता विवेक, अशोक कुमार शोरी, कविराज डाॅ. आचार्य राधागोविंद थौड्गाम, पुष्पा तिवारी, डाॅ. एम. शेषन तथा सत्यकाम महायिा के लेख भी स्तरीय व पढ़ने योग्य हैं। पत्रिका की अन्य रचनाएं, समीक्षाएं आदि भी प्रभावित करती हैं।
बहुत सुंदर समीक्षा जी धन्यवाद
ردحذفहिंदी प्रचार वाणी का मुखपृष्ठ देखकर ही आंखें प्रसन्न हैं
ردحذفगिरीश बिल्लौरे और अविनाश वाचस्पति की वीडियो बातचीत
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