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स्व. श्री जीवित राम सेतपाल जी द्वारा स्थापित यह पत्रिका अपनी विविधतापूर्ण सामग्री के कारण जानी पहचानी जाती है। पत्रिका के समीक्षित अंक में किशन शर्मा, कृष्णा अग्रिहोत्री, के आलेख समाज की वस्तु स्थित से परिचय कराते हैं। पत्रिका में सुरेश आनंद, टेक चंद्र गुलाटी, नरेन्द्र कुमार एकांत, देवेन्द्र कुमार मिश्रा, राम दलाल, प्रो. श्यामलाल कौशल व राजेन्द्र ग्रोवर की कविताएं समसामयिक अभिव्यक्ति हैं। इस अंक में जीविराम जी सेतपाल की लघुकथाएं प्रकाशित की गई हैं। जिन्हें पढ़कर सेतपाल जी की रूचि व समाज के प्रति सह्दयता परिचित हुआ जा सकता है। पत्रिका छोटी होते हुए भी संग्रह योग्य व पठनीय है।
nice
जवाब देंहटाएंवाह्…………आज तो पत्रिका के भी दर्शन हो गये…………।शुक्रिया।
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