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पत्रिका का यह अंक देशभर के प्रतिभावान रचनाकारांे की रचनाओं से स्मृद्ध है। अंक में शांति अग्रवाल, डाॅ. गुणमाला सोमाणी, पवित्रा अग्रवाल, कृष्ण कुमार यादव, की कहानियां प्रकाशित की गई हैं। लक्ष्मीनारायण अग्रवाल, डाॅ .अंजना अनिल, श्रीवत्स जिज्ञासु, विनोदिनी गोयनका, सुरेन्द्र मिश्र, पंकज शर्मा एवं संजय चतुर्वेदी की लघुकथाएं प्रभावित करती हैं। कविताओं में नयापन है उनमें प्रमुख हैं - डाॅ. रमा चतुर्वेदी, डाॅ. अहिल्या मिश्र, अमरनाथ मिश्र, यासमीन सुल्ताना नकवी, सरिता सुराणा जैन, मीना मूथा, ज्ञानेन्द्र साज, डाॅ. परमलाल गुप्त, करण सिंह ऊठवाल, हीरालाल प्रसाद जनकवि तथा कृपाशंकर शर्मा अचूक शामिल हैं। इसके अतिरिक्त डाॅ .अहिल्या मिश्र, डाॅ. सुनील सूद, दिलीप भाटिया, प्रो. एस. शेषारत्नम, डाॅ. गणेशदत्त सारस्वत, डाॅ. गोरखनाथ तिवारी, अर्पणा दीप्ति, संपत देवी मुरारका एवं डाॅ.सीता मिश्रा के लेख प्रभावशाली व पठनीय हैं। अन्य रचनाएं भी अपनी पाठक पर अपनी छाप छोड़ती है। दक्षिण भारत में हिंदी पर इतना अधिक उल्लेखनीय व शोधपरक कार्य प्रशंसनीय हैं।
thanx..
जवाब देंहटाएंमहत्वपूर्ण और सुंदर जानकारी।
जवाब देंहटाएंइसे डाक से कैसे प्राप्त किया जा सकता है विदेश में.
जवाब देंहटाएंएक टिप्पणी भेजें