पत्रिका: साहित्य सागर, अंक: मार्च 2010, स्वरूप: मासिक,
संपादक: कमलकांत सक्सेना, पृष्ठ: 50, मूल्य:20 रू.(वार्षिकः 250रू.),
ई मेल: kksaxenasahityasagar@rediffmail.com , वेबसाईट: उपलब्ध नहीं, फोन/मो. (0755)4260116, सम्पर्क: 161 बी, शिक्षक कांग्रेस नगर, बाग मुगलिया, भोपाल 462043 म.प्र.
पत्रिका का समीक्षित अंक वरिष्ठ रचनाकार श्री ज्ञानचंद्र बाफना जी पर एकाग्र है। अन्य रचनाएं हास्यं व्यंग्य विधा पर केन्द्रित की गई हैं। चंद्रभान भारद्वाज, लीलाधर यादव, हरिवल्लभ श्रीवास्तव, अक्षया गोजा एवं परशुराम शुक्ल ‘विरही’ की कविताएं अच्छी व पठनीय हैं। प्रकाशित रचनाओं में - कृष्ण चराटे, रमेश चंद्र पण्डित, प्रभात दुबे, देवेन्द्र कुमार मिश्रा एवं सतीश चतुर्वेदी की हास्य रचनाएं प्रभावित करती हैं। बाफना जी पर एकाग्र रचनाओं में रमेश बैस तथा आचार्य भगवत दुबे ने सारगर्भित आलेख लिखे हैं। पत्रिका के अन्य स्थायी स्तंभ व रचनाएं तथा समीक्षाएं भी आकर्षित करती है।
संपादक: कमलकांत सक्सेना, पृष्ठ: 50, मूल्य:20 रू.(वार्षिकः 250रू.),
ई मेल: kksaxenasahityasagar@rediffmail.com , वेबसाईट: उपलब्ध नहीं, फोन/मो. (0755)4260116, सम्पर्क: 161 बी, शिक्षक कांग्रेस नगर, बाग मुगलिया, भोपाल 462043 म.प्र.
पत्रिका का समीक्षित अंक वरिष्ठ रचनाकार श्री ज्ञानचंद्र बाफना जी पर एकाग्र है। अन्य रचनाएं हास्यं व्यंग्य विधा पर केन्द्रित की गई हैं। चंद्रभान भारद्वाज, लीलाधर यादव, हरिवल्लभ श्रीवास्तव, अक्षया गोजा एवं परशुराम शुक्ल ‘विरही’ की कविताएं अच्छी व पठनीय हैं। प्रकाशित रचनाओं में - कृष्ण चराटे, रमेश चंद्र पण्डित, प्रभात दुबे, देवेन्द्र कुमार मिश्रा एवं सतीश चतुर्वेदी की हास्य रचनाएं प्रभावित करती हैं। बाफना जी पर एकाग्र रचनाओं में रमेश बैस तथा आचार्य भगवत दुबे ने सारगर्भित आलेख लिखे हैं। पत्रिका के अन्य स्थायी स्तंभ व रचनाएं तथा समीक्षाएं भी आकर्षित करती है।
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