
पत्रिका के समीक्षित अंक में प्रकाशित आलेखों में अशोक कुमार शैरी, प्रो. एच.एस. नागराजस्वामी, मित्रेश कुमार गुप्त, जयरामसिंह जय, चैधरी गणपत भाई आर, धीरजभाई वणकर तथा बी. जी. पटेल ने विषय के साथ नवीनता तथा खोजपरक ढंग से उसका निष्पादन किया है। राजेन्द्र गोवर, नरेश हामिलपुरकर, वर्षा पुनवटकर तथा सविता चड्डा की कविताएं आज के संदर्भ को अपने आप में समेटे हुए हैं। अन्य रचनाओं में दिलीप भाटिया की समय प्रबंधन, देवेन्द्र कुमार मिश्रा की कहानी कच्चा प्रेम में नवीनता है। पत्रिका का हिंदी साहित्य के विकास में योगदान उल्लेखनीय है। इस पुनीत कार्य के लिए पत्रिका बधाई की पात्र है।
मैसूर मे हिन्दी पर यह काम हो रहा है प्रशंसनीय है ।
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