
पत्रिका का समीक्षित अंक मैला आंचल जैसे विश्व प्रसिद्ध उपन्यास के लेखक फणीश्वरनाथ रेणु जी पर एकाग्र है। पत्रिका के आलेख रेणु जी के साहित्यिक जीवन व उनके सघर्ष व तप की दास्तान बयान करते हैं। डाॅ. श्रीरंजन सूरिदेव, डाॅ. सिद्धेश्वर कश्यप, डाॅ. ओमप्रकाश सिन्हा, डाॅ. चन्द्रशेखर तिवारी, डाॅ. रामजन्म मिश्र व डाॅ. प्रभा दीक्षित के आलेख प्रमुख हैं। भोला पण्डित ‘प्रणयी’ का संस्मरण ‘क्या रेणु का व्यक्तित्व असामाजिक था?’ एक बहुत ही गंभीर अध्ययन की मांग करने वाली रचना है। अन्य रचनाओं में मंगल रामचन्द्र की कहानी ‘जीवनदान’ व डाॅ. आशा पाण्डेय की कविताएं अच्छी हंै। पत्रिका की अन्य रचनाएं, समीक्षाएं, पत्र आदि उपयोगी व पठ्नीय हैं। फणीश्वरनाथ रेणु जी पर और भी अधिक सामग्री जुटाकर उसे विस्तार से प्रकाशित किया जाता तो पाठकों के अधिक हित में होता फिर भी सराहनीय प्रयास के लिए बधाई।
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