
पत्रिका की विशेषता इसमें प्रकाशित प्रभावशाली व ह्दय पर अमिट छाप छोड़ने वाले आलेख हैं। समीक्षित अंक में शमी शर्मा, जगदीश चन्द्र शर्मा, जितेन्द्र कुमार तथा राजेश चंद्रा के आलेख पर्वतीय अंचल से परिचय कराते हैं। निधि भारद्वाज की कहानी विजेता वास्तव में पाठकों को भी पढ़ने पर विजय दिलाती है। संगीता शर्मा, प्रेम विज, सुरेन्द्र अग्निहोत्री, नवल कुमार एवं डाॅ. पीयूष गुलेरी की कविताएं अच्छी बन पड़ी हंै। पत्रिका के अन्य स्थायी स्तंभ व्यंग्य तथा समीक्षाएं भी संग्रह योग्य हैं।
बहुत सुंदर.धन्यय्वाद
ردحذفkaash yahaan....jin-jin patrikaaon ke e.mel.address hon vo bhi saath hi ntthi kar diye jaayen...to mazaa aa jaaye....!!
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