
पत्रिका के मार्च अंक में प्रकाशित प्रमुख आलेखों में विष्णु कांत शास्त्री का राष्ट्रीय काव्य(पारितोष बेलगी), हिमाचल का हिंदी साहित्य(ओम प्रकाश शारस्वत), कला चिंतन(नंद लाल), रीति के मूल एवं नियामक तत्व(रन्जु पटियाल) प्रमुख हैं। कहानियों में स्मृति दंश(डाॅ. मंजु दुबे) तथा कविता पर संवाद(जगत सिंह) अच्छी व पठनीय रचनाएं हैं। रमेश चंद्र शर्मा, रामनिहाल गुर्जर, सुनील कुमार शर्मा, उमेश कुमार अश्क की कविताओं ने प्रभावित किया। Fropper.com - Make Friends, Find Dates, Have Fun पत्रिका का व्यंग्य, स्थायी स्तंभ तथा समीक्षा सहित अन्य रचनाएं शोधार्थीयों के लिए संग्रह योग्य व उपयोगी है।
आप का ब्लोग मुझे बहुत अच्छा लगा और आपने बहुत ही सुन्दर लिखा है ! मेरे ब्लोग मे आपका स्वागत है !
ردحذفHimprasth me himachali sanskriti se judi kafi jankariyan prapat hota hai.patrika mail ke jariye prapt ho to achha rahega,fir bhi kathachakra ke jariye hum padh pate hain.
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