
‘हिमप्रस्थ हिमाचल प्रदेश से प्रकाशित होने वाली हिंदी की प्रमुख पत्रिका है। पत्रिका के इस अंक में डाॅ. कांता वर्मा(भारती के काव्य में सांस्कृतिक मूल्यों की अभिव्यक्ति), शशिभूषण शलभ(गीतकार शैलेन्द्र), सकीन अख्तर(कश्मीरी गीत काव्य परंपरा) प्रमुख आलेख हैं। सभी आलेखों का मूल स्वर सामाजिक सांस्कृतिक मूल्यां े को स्थापित करता दिखाई देता है। प्रभात वर्मा का यात्रा वृतांत ‘पांगी घाटी में शिव दर्शन’ यात्रा के बहाने घाटी की सैर कराता प्रतीत होता है। सत्यनारायण भटनागर, डाॅ. यशोदा प्रसाद समेल्टी, कुलदीप चन्देल की लघुकथाएं विशेष रूप से प्रभावित करती हैं। पत्रिका प्रमुख आकर्षण श्री शांता कुमार से बातचीत है। इस साक्षात्कार में शांताकुमार के साहित्यिक अवदान के दर्शन होते हैं। शांताकुमार का राजनीतिक संस्मरण ‘राजनीति की शतरंज’ की जितनी आलोचना हुई उससे कहीं अधिक सराहना हुई थी। पाठकों को यह जानकार आश्चर्य होगा कि उनकी अब तक सोलह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है, जिन्हें कविता, कहानी उपन्यास जैसी विधा में लिखा गया है। इस अंक का कविता खंड कुछ कमजोर प्रतीत हुआ। केवल देवांशु पाल की कविताएं ही प्रभावित करती हैं। पुस्तक समीक्षा तथा अन्य रचनाएं भी पत्रिका के स्तर के अनुरूप हैं।
इस गणतंत्र दिवस पर यह हार्दिक शुभकामना और विश्वास कि आपकी सृजनधर्मिता यूँ ही नित आगे बढती रहे. इस पर्व पर "शब्द शिखर'' पर मेरे आलेख "लोक चेतना में स्वाधीनता की लय'' का अवलोकन करें और यदि पसंद आये तो दो शब्दों की अपेक्षा.....!!!
जवाब देंहटाएंAapke blog par aakar itni ptrikaaon ki jaankari aur unke liye aapke vichar padh kar bahut achha laga
जवाब देंहटाएंaapki jaankari ko padh kar mera gyaan badha
kripya batayiyega ki koun si patrika meri rachna chhap sakti hai
जानरी के लिए धन्यवाद........गणतंत्र दिवस की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लगा यहाँ आकर
जवाब देंहटाएंविभिन्न पत्रिकाओं की जानकारी यहाँ मिलेगी.
बहुत ही सराहनीय कदम.
द्विजेन्द्र द्विज
www.dwijendradwij.blogspot.com
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