आलेख :--
कठगुलाब की मुरझायी स्मिता और मरियन डॉ रेशमी पांड़ा मुखर्जी
ग्रामीण जीवन के यथार्थएवं की परख :॔दूसरा महाभारत’ श्रीकांत बाबू पाटिल डॉ रवीन्द्र सी. पाटिल
हिंदी साहित्य में नारी विमर्श के अन्तर्द्वन्द्व डॉ. वीरेन्द्र सिंह यादव
॔स्वस्ति लय बन चुकी जो आज उर कम्पन हमारी’! डॉ. कुमार विमल
कहानियां :--
झांकी ओम प्रकाश मेहरा
हे राम सुशान्त सुप्रिय
कांटों में खिला गुलाब डॉ नलिनी श्रीवास्तव
डायन देवेन्द्र कुमार मिश्रा
धर्म डॉ सुनील अग्रवाल
लघुकथाएं :--
नौकरी चाहिए? डॉ अशोक गुजराती
दाना व मुर्गा, विनती डॉ योगेन्द्रनाथ शुक्ल
कमाई सतीश उपाध्याय
समझौता डॉ धनंजय चौहान
कैद पक्षी राधेलाल ॔नवचक्र’
कवि और कविता :--
नीलेश रघुवंशी और कविता ॔कथा चक्र’ विशेष
कविताएं :--
आने वाले दिनों में राजकुमार कुम्भज
सकारात्मक सोच, राजेन्द्र पाण्डेय
किताब और किताबी प्रार्थना कुछ अच्छे शब्दों मार्टिन जॉन लिए,
जब संस्कृति पैदा हुई बच्चे और युद्ध डॉ रेखा व्यास
प्रवेश वर्जित है रमेश कुमार सोनी
एक खुली किताब सी है यह जिंदगी, हमें नहीं अहसास कि सुरभि नामदेव
ग़ज़लें :--
दो ग़ज़ल चांद ॔शेरी’
दो ग़ज़ल कृपाशंकर शर्मा॔अचूक’
डायरी :-- बुले खां.... बुले खां... अलीक
समीक्षा वीथिका :--
भया कबीर उदास : देश सम्पूर्णता के आइने में पूनम सिंह
संगीता गुप्ता का सृजन पुनश्च की प्रस्तुति डॉ विजय लक्ष्मी राय
सामाजिक यथार्थ की अभिव्यक्ति है : टुकड़े टुकड़े सच आनंद प्रकाश ॔आर्टिस्ट’
॔तीसरे आदमी’ से प्रश्न करती कविता : ॔देश खड़ा चौराहे पर’ अखिलेश शुक्ल
परिक्रमा :-- साहित्यिक पत्रिकाओंमें॥ सुचेता शुक्ल
समाचार :-- साहित्य जगत से संस्थाओं द्वारा प्रेषित
पतिक्रियाएं :-- आपके पत्र एवं सुझाव
आवरण छाया चित्र साभार
प्राप्त रेखाचित्र दिनेश सिंह

2 تعليقات

  1. ADARNIYA AKHILESH JI ,KATHACHAKRA KO WEB PAR PUBLISHIN KE BADHAI HO.ITANA SHANDAR BLOG KE LIYE DHER SARI SHUBH KAMNAYE. KRITIKA KI ITANI ACHCHISAMIKSHA CHHAPANE KE LIYE HAMARI BADHAI SWIKARYA KARE. DR VIRENRA YADAV ,SAMPADAK KRITIKA

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  2. Jo baat aaj kaano me padi hai, ek din door tak jaayegi.

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