पत्रिका-नारी अस्मिता, अंक-दिसम्बर-मई.09, स्वरूप-त्रैमासिक, संपादक-डाॅ. रचना निगम, पृष्ठ-48, मूल्य-20रू.,वार्षिक80 रू., संपर्क-15, गोयामेंट सोसायटी, शक्ति अपार्टमेंट, बी. ब्लाक, द्वितीय तल, एस.-3, प्रतापनगर बडौदा गुजरात (भारत)
Agra_Hotels
Agra_Hotels गुजरात से प्रकाशित होने वाली नारी विषयक इस पत्रिका का समीक्षित अंक सार्थक रचनाओं से युक्त है। हासिए से मुख पृष्ठ पर आती स्त्री(अंजु दुआ जैमिनी), विष अमृत का खेल(नीरजा माधव) तथा डाॅ. रचना निगम का विचार मंच एक स्वागत योग्य विचारणीय प्रयास है। अढ़ाई गज की ओढ़नी(चित्रा मुदगल) एक ऐसी कथा है जो आज के तथाकथित सभ्य समाज की असभ्यता को उजागर करने में कामयाब रही है। संतोष सुपेकर, सुकीर्ति भटनागर एवं डाॅ. पूरन सिंह की लघुकथाओं ने एक सुंदर कथानक को संक्षेप में बिना किसी कांट छांट के पेश किया है। उर्मि कृष्ण का संस्मरण एवं अरूण कुमार शर्मा, ख्याल खन्ना, शैल वर्मा, मृदुला झा की कविताएं गीत व ग़ज़ल विशेष रूप से प्रभावित करते हैं।
Agra_Hotels गुजरात से प्रकाशित होने वाली नारी विषयक इस पत्रिका का समीक्षित अंक सार्थक रचनाओं से युक्त है। हासिए से मुख पृष्ठ पर आती स्त्री(अंजु दुआ जैमिनी), विष अमृत का खेल(नीरजा माधव) तथा डाॅ. रचना निगम का विचार मंच एक स्वागत योग्य विचारणीय प्रयास है। अढ़ाई गज की ओढ़नी(चित्रा मुदगल) एक ऐसी कथा है जो आज के तथाकथित सभ्य समाज की असभ्यता को उजागर करने में कामयाब रही है। संतोष सुपेकर, सुकीर्ति भटनागर एवं डाॅ. पूरन सिंह की लघुकथाओं ने एक सुंदर कथानक को संक्षेप में बिना किसी कांट छांट के पेश किया है। उर्मि कृष्ण का संस्मरण एवं अरूण कुमार शर्मा, ख्याल खन्ना, शैल वर्मा, मृदुला झा की कविताएं गीत व ग़ज़ल विशेष रूप से प्रभावित करते हैं।
aapki tippni ke liye shukriya. me aapki patrika ke bare me aur jankari chahta hoo aur apni racha parkashit karvana chata hoo mera margdarshan kare
ردحذفpehali bar apka blog dekha hai bahut badiya paryas hai mere blog bhi dekhen
ردحذفwww.veeranchalgatha.blogspot.com
www.veerbahuti.blogspot.com dhanyvad
إرسال تعليق