tag:blogger.com,1999:blog-941902625241422438.post8984730124593660891..comments2024-01-25T19:34:54.002+05:30Comments on कथा चक्र : सरस्वती सुमन का लघुकथा अंकअखिलेश शुक्लhttp://www.blogger.com/profile/15550022760896923056noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-941902625241422438.post-10129204374922887922011-10-21T13:31:09.558+05:302011-10-21T13:31:09.558+05:30सरस्वती सुमन का यह अंक रचनाओं की बुनावट तथा कसावट ...सरस्वती सुमन का यह अंक रचनाओं की बुनावट तथा कसावट के कारण पाठकों को आकर्षित करता है। इसके साथ ही नए लघुकथाकारों को लघुकथा विधा से परिचित कराने के साथ साथ उन्हें लघुकथा लिखने के लिए प्रेरित करता है।<br /><br />________<br /><br />..अखिलेश शुक्ल जी ने बड़े मनोयोग से समीक्षा की है...हार्दिक बधाइयाँ. अब हम भी कुछ सीख सकेंगें.Dr. Brajesh Swaroophttps://www.blogger.com/profile/17791749899067207963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-941902625241422438.post-53763025047612950002011-10-21T12:37:44.814+05:302011-10-21T12:37:44.814+05:30अखिलेश जी, इस सशक्त समीक्षा के लिए साधुवाद स्वीकार...अखिलेश जी, इस सशक्त समीक्षा के लिए साधुवाद स्वीकारें. <br /><br />कृष्ण जी के कुशल संपादन में सरस्वती सुमन का यह लघु-कथा अंक तो वाकई अद्भुत बन पड़ा है. वैसे कई लोगों को यह पच भी नहीं रहा है. इतना सशक्त विशेषांक देखकर कुछेक तथाकथित महानुभावों का हाजमा ख़राब हो रहा है.<br /><br /> खैर, यही तो बड़ाई है.मन-मयूरhttps://www.blogger.com/profile/17368103957948539533noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-941902625241422438.post-40041893706872449482011-10-17T13:15:01.904+05:302011-10-17T13:15:01.904+05:30लघु-कथा के इस अनुपम विशेषांक में मेरी लघु-कथाओं को...लघु-कथा के इस अनुपम विशेषांक में मेरी लघु-कथाओं को स्थान देने के लिए के.के. सर जी का आभारी हूँ.S R Bhartihttps://www.blogger.com/profile/16535000568157262183noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-941902625241422438.post-16725614184948586992011-10-17T13:14:14.724+05:302011-10-17T13:14:14.724+05:30ऐतिहासिक अंक बन पड़ा है. अब तक इससे विशाल लघु-कथा ...ऐतिहासिक अंक बन पड़ा है. अब तक इससे विशाल लघु-कथा अंक हिंदी पत्र-पत्रिकाओं में नहीं दिखा.. के.के. सर जी को बधाई.S R Bhartihttps://www.blogger.com/profile/16535000568157262183noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-941902625241422438.post-38829835748991293792011-10-14T10:49:03.338+05:302011-10-14T10:49:03.338+05:30कृष्ण कुमार जी ने इस अंक को ऐतिहासिक बनाने के लिए ...कृष्ण कुमार जी ने इस अंक को ऐतिहासिक बनाने के लिए काफी श्रम किया है. वाकई इस अंक के माध्यम से वे लघुकथा विधा की चर्चा करते हुए उसे साहित्य में एक नवीन व प्रभावशाली विधा के रूप में प्रतिष्ठित करते दिखाई देते हैं।..खूबसूरत समीक्षा..बधाई.Shyamahttps://www.blogger.com/profile/15780650583480468092noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-941902625241422438.post-58678588026248657672011-10-11T16:27:21.842+05:302011-10-11T16:27:21.842+05:30अखिलेश जी,
सरस्वती सुमन के लघुकथा अंक की सारगर्भि...अखिलेश जी,<br /><br />सरस्वती सुमन के लघुकथा अंक की सारगर्भित समीक्षा के लिए आभार !!KK Yadavhttps://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-941902625241422438.post-57442901852187897002011-10-05T13:16:39.683+05:302011-10-05T13:16:39.683+05:30@ शरद जी,
जहाँ तक मेरी जानकारी है, सरस्वती सुमन प...@ शरद जी,<br /><br />जहाँ तक मेरी जानकारी है, सरस्वती सुमन पत्रिका में पञ्च-वर्षीय या आजीवन सदस्यता से नीचे का प्रावधान नहीं है. यदि फिर भी कोई अंक चाहता है तो संपादक महोदय द्वारा उपलब्धतानुसार भेज दिया जाता है. फ़िलहाल पत्रिका की 9,000 प्रतियाँ प्रकाशित होती हैं.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09269049661721803881noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-941902625241422438.post-32898586658563730552011-10-05T13:14:15.677+05:302011-10-05T13:14:15.677+05:30अखिलेश शुक्ल जी,
खूबसूरत समीक्षा के लिए बधाई. कृष...अखिलेश शुक्ल जी, <br />खूबसूरत समीक्षा के लिए बधाई. कृष्ण कुमार जी ने इस अंक को वाकई 'लघु कथा' का इनसाइक्लोपीडिया बना दिया है. अंक मेरी भी निगाहों से गुजरा है आपने उल्लेख किया है कि पत्रिका में मेल उपलब्ध नहीं है, जबकि यह लिखा हुआ है-saraswatisuman@rediffmail.com, इसे तदनुसार सुधार लें.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09269049661721803881noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-941902625241422438.post-91111554690076001552011-10-02T23:55:52.084+05:302011-10-02T23:55:52.084+05:30इसका मूल्य प्रकाशित क्यों नहीं है ?इसका मूल्य प्रकाशित क्यों नहीं है ?शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.com