पत्रिका: शुभ तारिका, अंक: अर्प्रैल011, स्वरूप: मासिक, संपादक: उर्मि कृष्ण, पृष्ठ: 38, रेखा चित्र/छायांकन: जानकारी नहीं, मूल्य: 12रू.(वार्षिक 120), ई मेल: , वेबसाईट: उपलब्ध नहीं, फोन/मो. 0171.2610483, सम्पर्क: कृष्णदीप ए-47, शास्त्री कालानी अंबाला छावनी 133001 हरियाणा

पत्रिका का समीक्षित अंक हिंमांक के रूप में प्रकाशित किया गया है। अंक को हिमाचल अंक भी कहा गया है। इस अंक में अनंत आलोक, आशा शैली, प्रतीक्षा भाटिया, धर्मपाल साहिल, अनिल कुमार जैन, मृदुला हालन, कमलेश ठाकुर, गीता जैन, वीरेन्द्र गोयल, मुहम्मद सुलेमान, सीताराम त्रिपाठी, उत्तम चंद्र शर्मा, चिन्मय सागर, रमेश प्रसून, प्रमीला गुप्ता एवं अशोक दर्द के आलेखों का प्रकाशन किया गया है। प्रायः सभी आलेखों में हिमाचल की संस्कृति, रहन सहन, खान पान आदि का विस्तृत रोचक विवरण प्रस्तुत किया गया है। सुदर्शन ठाकुर का संस्मरण तथा उषा मेहता एवं देवचंद्र मस्ताना की लोककथाएं पढ़ने में आनंदित करती हैं। पंकज बटु एवं विनोद धब्याल की कहानियां वहां की संस्कृति व जीवन शैली को कथानक के माध्यम से सामने लाती है। राजेन्द्र मानव, लेखराम शर्मा, एवं गंगाराम राजी की लघुकथाओं में एक अच्छी कथा के समान पैनापन है। प्रकाशित कविताओं में रामगोपाल शर्मा, शेर सिंह मेरूपा, दीनदयाल वर्मा, रत्नचंद्र निर्झर, नलिनी विभा, उदयभानु हंस, तेजराम शर्मा, कपिल बाली वाले, टी.सी. सावन एवं अरूण कुमार शर्मा की कविताएं अच्छी व पठनीयता से भरपूर हैं। पत्रिका की अन्य रचनाएं, समीक्षाएं व संपादकीय भी प्रभावित करते हैं।

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