पत्रिका-क़ाफ़िया, अंक-04, स्वरूप-अनियतकालीन, प्रबंध संपादक-फ़कीरचंद जलंधरी, प्रधान संपादक-मधुसूदन, पृष्ठ-48, मूल्य-अंकित नहीं, संपर्क-5 रमेश कालोनी जलंधर पंजाब
विशुद्ध रूप से ग़ज़लांे पर एकाग्र इस पत्रिका के समीक्षित अंक में नूर मोहम्मद नूर के जीवन व साहित् य पर विशेष सामग्री का समावेश किया गया है। इसके अतिरिक्त रामदरश मिश्र, उदय भानू हंस, राजेन्द्र तिवारी, अशोक रावत, महेन्द्र हुमा, कुमार रवीन्द्र, शिवा कनाटे, अखिलेश तिवारी, शकूर अनवर, आज़ाद कानपुरी, संजीवन मयंक, समलम अंसारी ‘असर’, अजया राजावत ‘प्रीतम’ की कुछ चुनी हुई ग़ज़लें प्रकाशित की गई हैं। पत्रिका ग़ज़ल प्रधान पत्रिका में अपना प्रमुख स्थान रखती है।

2 टिप्पणियाँ

  1. नज़्म और गज़लों की पत्रिका की ज़रूरत तो है ।

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  2. gazalen kahane valon ke liye kafiya ek achchha manch hai shubhkamanaye. mai bhi gazale kahta rahta hoo. mera blog (girish pankaj) zaroor dekhe. zyadatar gazale hi de raha hoo. ek prati bhej sake to kripa hog apni gazale bhejinga.

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