पत्रिका-आसपास, अंक-अगस्त.09, स्वरूप-मासिक, संपादक-राजुरकर राज, पृष्ठ-24, मूल्य-रू.60वार्षिक(आजीवन 1000रू.), संपर्क-एच.04, उद्धवदास मेहता परिसर, नेहरू नगर, भोपाल (म.प्र.)
ख्यात आलोचक, समीक्षक डाॅ. धनंजय वर्मा के अमृत महोत्सव से संबंधित सामग्री का पत्रिका के समीक्षित अंक में समावेश किया गया है। वसंत सकरगाए ने उनके लेखन पर संक्षिप्त किंतु सारगर्भित लेख लिखकर महोत्सव को स्मरणीय बना दिया है। अन्य समाचारों में माधवराव सप्रे संग्रहालय में पत्रकार अलंकृत, अशोक चक्रधर हिंदी अकादमी के उपाध्यक्ष, हर कदम संघर्ष है साहित्यिक पत्रिका का समावेश किया गया है। लोकापर्ण, पुरस्कार तथा देश विदेश तथा प्रदेश की साहित्यिक गतिविधियों को आकर्षक ढंग से पत्रिका मंे संजोया गया है। साहित्यिकारों के लिए यह संतोष का विषय है कि पत्रिका अपने सीमित संसाधनों से उपयोगी तथा सूचनापरक जानकारी उपलब्ध करा रही है।
AASPAAS ko sthan dene k liye dhanyawad. krapaya pate me H-4 k sthan par 'H-3' kar dijiye.
जवाब देंहटाएंRAJURKAR RAJ
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