पत्रिका-वसुधा, अंक -जुलाई-सितम्बर.08, स्वरूप-त्रैमासिक, संपादक-स्नेह ठाकुर, सम्पर्क- 16, Revils Crescent , Toronto, Ontario MIv-1 Canada
कनाडा के टोरंटो शहर से प्रकाशित यह पत्रिका संस्थागत पत्रिका न होकर स्नेह ठाकुर के हिंदी के प्रति प्रेम और समर्पण की परिचायक है। संपादक ने इस अंक में अपने संपादकीय में अपनी साहित्यिक गतिविधयों से भरी भारत की विस्तृत यात्रा का वर्णन किया है। इस अंक में भी कहानियों, लेखों, संस्मरणों, कविताओं और अंतरंग बातचीत से भरपूर है। इसमें डॉ. हरजेंद्र चौधरी की ॔नए फलेट में’ और उषा वर्मा की ॔इस बार’ तनावपूर्ण रिस्तों की अद्भुत कहानियां है। इस अंक की शोभा वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. प्रभाकर श्रोत्रिय तथा डॉ. ि.त्रभुवननाथ शुक्ल के लेख व संस्मरण है। प्रख्यात कथाकार मन्नू भंडारी से संतोष गोयेल की बातचीत ने इस पत्रिका की सुंदरता में चार चांद लगा दिए हैं। आशा है वसुधा की यह सकि्रयता निरंतर जारी रहेगी। (विश्व हिंदी समाचार मॉरीशस में प्रकाशित समीक्षा से साभार)

8 टिप्पणियाँ

  1. आपका यह प्रयास प्रशंसनिए है ........

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  2. i wish to write poems in tihs patrika.plz guide thanks,
    sheel nigam

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  3. अत्यंत महत्वपूर्ण

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  4. हिन्दी साहित्य की समृद्धि के लिए

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